
दिल्ली की द्वारका साउथ थाना पुलिस ने एक महिला को गिरफ्तार किया है जो अपने साथियों के साथ मिलकर दुष्कर्म की झूठी शिकायत कर लोगों से उगाही करती थी। वह अलग-अलग नाम से तीन थाना इलाके में दुष्कर्म की झूठी शिकायत कर चुकी है और सेक्सटॉर्शन गिरोह की सदस्य है। पुलिस गिरोह में शामिल अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है।
22 जून को एक महिला ने द्वारका साउथ थाने में सामूहिक दुष्कर्म की शिकायत की। उसने बताया कि जितेंद्र, कृष्णपाल और ड्राइवर कृष्ण ने नशीला पदार्थ पिलाकर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया है। थाना प्रभारी आशीष कुमार दुबे के नेतृत्व में पुलिस ने जांच शुरू की।
शिकायतकर्ता ने एक मतदाता पहचान पत्र दिया, लेकिन पीड़िता अपना घर नहीं दिखाना चाहती थी। जांच में पाया कि महिला का पता गलत है। संदेह होने पर पुलिस ने शिकायतकर्ता के मतदाता पहचान पत्र का चुनाव आयोग से सत्यापन कराया तो वह फर्जी निकला।
पुलिस ने दुष्कर्म के आरोपी व्यक्तियों जितेंद्र, कृष्ण पाल और चालक कृष्ण से घटना के बारे में पूछताछ की। साथ ही पुलिस ने आरोपियों का मोबाइल लोकेशन और सीडीआर की जांच की। आरोपी कभी भी शिकायतकर्ता के बताए जगह पर आए ही नहीं।
वहीं शिकायतकर्ता के सीडीआर का विश्लेषण करने पर पता चला कि वह भी कभी घटना स्थल पर नहीं गई। इसके बारे में पूछने पर वह कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाई। जांच में एक नया तथ्य सामने आया कि उसने सीमापुरी थाने में अपने असली नाम से सामूहिक दुष्कर्म का मामला दर्ज करवा चुकी है। आरोपी महिला ने कुंडली, सोनीपत में भी सामूहिक दुष्कर्म का मामला दर्ज करवा चुकी है।
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दिल्ली की द्वारका साउथ थाना पुलिस ने एक महिला को गिरफ्तार किया है जो अपने साथियों के साथ मिलकर दुष्कर्म की झूठी शिकायत कर लोगों से उगाही करती थी। वह अलग-अलग नाम से तीन थाना इलाके में दुष्कर्म की झूठी शिकायत कर चुकी है और सेक्सटॉर्शन गिरोह की सदस्य है। पुलिस गिरोह में शामिल अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है।
22 जून को एक महिला ने द्वारका साउथ थाने में सामूहिक दुष्कर्म की शिकायत की। उसने बताया कि जितेंद्र, कृष्णपाल और ड्राइवर कृष्ण ने नशीला पदार्थ पिलाकर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया है। थाना प्रभारी आशीष कुमार दुबे के नेतृत्व में पुलिस ने जांच शुरू की।
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