-75 वें अमृत महोत्सव पर अधिकारियों ने जल एवं वन संरक्षण पर दिया जोर
-आर्यन प्रधान ट्रस्ट के माध्यम से भी किया गया दोसुत पंचायत में वृक्षारोपण
वारिसलीगंज (नवादा): जलवायु परिवर्तन को मनरेगा योजना व आर्यन प्रधान ट्रष्ट के तत्वावधान में वारिसलीगंज क्षेत्र में बढ़ते जल संकट के मद्देनजर सोमवार को आजादी के अमृत महोत्सव के मौके किसान भवन दोसुत में कार्यशाला आयोजित किया गया बाद में पंचायत के विभिन्न गांवो में पांच हज़ार फलदार वृक्षो का पौधा रोपण किया गया। मौके पर नवादा के जाने माने चिकित्सक सह दोसुत ग्रामीण डा.ए के अरुण, रविकांत पूनम डिग्री एवं बीएड कालेज के सचिव अजय कुमार रविकांत, वारिसलीगंज बीडीओ पंकज कुमार,काशीचक बीडीओ रवि कुमार, पकरीबरावां बीडीओ नीरज कुमार, तीनो प्रखंडों के बीइओ प्रमोद कुमार झा, मनरेगा के कार्यक्रम पदाधिकारी मनोज कुमार, पकरीबरावां मनरेगा पीओ पंकज कुमार, मनरेगा की जेई संगीता कुमारी के अलावे दोसुत पंचायत की मुखिया सुलेखा देवी, सरपंच फुल कुमारी दास समेत अन्य कई अधिकारी व पंचायत प्रतिनिधि उपस्थित होकर वृक्षारोपण कार्यक्रम के इस अद्भुत क्षण का गवाह बने।
अधिकारियों ने कहा गया कि आज लोगो को जल संकट से जूझना पड़ रहा है । कारण अंधाधुंध बृक्षों की कटाई, नदियों से बालू की निकासी तथा बढ़ते प्रदूषण है। लोग भविष्य की परवाह किये बैगर इन प्रकृति प्रदत्त संसाधनों का दुरुपयोग कर रहे हैं। जिसके फलस्वरूप जल संकट सामने आ रहा है। इस दौरान बताया गया कि मनरेगा के द्वारा जल संरक्षण के लिए लोगो को सोखता निर्माण के लिए अनुदान दिया जा रहा है। जबकि बृक्षारोपण पर बिशेष जोर दिया गया । कहा गया कि इक्छुक किसान अपने निजी जमीन पर बृक्षरोपन करके मनरेगा से अनुदान प्राप्त कर सकता है। चिकित्सक डा.एके अरुण ने कहा कि एक साथ इतने अधिकारियों की मौजूदगी में पांच हज़ार फलदार वृक्षो का पौधरोपण कार्य नवादा जिले के लिए गौरवशाली क्षण है। बीडीओ ने अपने संबोधन में अन्य पंचायतो में भी वृक्षारोपण पर जोर देते हुए उसमें दिया जाने वाला अनुदान पर विस्तार से चर्चा किया। इस क्रम में दोसुत पोखर, आहार, सड़को के किनारे तथा पंचायत क्षेत्र के विभिन्न गांवो में पौधारोपण किया गया। मौके पर ग्रामीण सह किसान सलाहकार चंदन कुमार, कौशल कुमार, कृषि समन्वयक मदन मोहन कुमार, शैलेंद्र कुमार तरुण, रामाशीष, मधुकर, उपेंद्र नारायण, रामधारी सिंह, मारुति नंदन, सुधीर कुमार, मिथिलेश, केदार सिंह समेत बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने इस पुनीत कार्य में सहयोग कर अपने को कृतार्थ किया।