नवादा । पुलिस मुख्यालय ने नरहट थाना परिसर में महिलाओं और बच्चों की बर्बरतापूर्ण पिटाई के मामले में नवादा पुलिस से रिपोर्ट तलब की है।
अपराध अनुसंधान विभाग के अपराध पुलिस महानिदेशक (कमज़ोर वर्ग) अनिल किशोर यादव ने अपने पत्रांक 1552 दिनांक 7 सितम्बर 2022 के द्वारा नवादा के पुलिस अधीक्षक गौरव मंगला को पत्र भेज कर 3 सितम्बर की रात्रि में नरहट थाना परिसर में महिलाओं और बच्चों की निर्ममतापूर्वक पिटाई के घटना की किसी राजपत्रित पदाधिकारी से जांच कराकर विधिसम्मत कारवाई करने तथा कृत कारवाई संबंधी प्रतिवेदन पांच दिनों के भीतर पुलिस मुख्यालय को उपलब्ध कराने का निदेश दिया है।
स्थानीय समाजसेवी मसीह उद्दीन ने कल शाम पटना स्थित पुलिस मुख्यालय सरदार पटेल भवन में अपर पुलिस महानिदेशक (कमजोर वर्ग) से भेंट की तथा उन्हें इस घटना से संबंधित एक परिवाद पत्र सौंपा जिस में उल्लेख किया गया है कि नवादा जिला के नरहट थाना के थानाध्यक्ष मो.सरफराज ईमाम ने 03 सितंबर की रात्रि में लगभग 07 बजे नरहट थाना के ग्राम-पुनौल में अपने घर के आगे पुलिया पर बैठे हुए गोरे लाल चौहान को पकड़ कर अपनी पुलिस जीप में बैठा लिया और उसके परिजनों को कुछ बताए बिना वहां से चल पड़े।
इस के बाद उक्त गिरफ्तार गोरे लाल चौहान के परिजन एक औटो से थाना पहुँच गए और थानाध्यक्ष से पूछा कि किस आरोप में आप इसे पकड़ कर थाना लाए हैं।थानाध्यक्ष ने कहा कि शराब पीने के आरोप में इसे गिरफ्तार किया गया है। इस पर उन महिलाओं ने थानाध्यक्ष से कहा कि आप ही ने तो मेरे गांव में शराब बेचने वालों को खुली छूट दे रखी है और आप उन से पैसा वसूलते हैं।यह सुनते ही थानाध्यक्ष भड़क गए और उन महिलाओं, बच्चों और पुरुष को दौड़ा- दौड़ा कर बेरहमी से पीटने लगे। इस बर्बरतापूर्ण पिटाई से समुंद्री देवी,संजू देवी,लाक्षो कुमारी, जानकी देवी,पंचा देवी, शुभम कुमार और संतोष चौहान जख़्मी हो गए जिनहें इलाज के लिए नरहट के अस्पताल में भर्ती कराया गया।
इस बर्बरतापूर्ण पुलिस उत्पीड़न से पीड़ीत महिलाओं और बच्चों का वीडियो 4 अगस्त को सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ जिस से स्थानीय लोगों में काफी आक्रोशित ब्याप्त हो गया।
पीड़ित महिलाओं ने 05 सितम्बर को नवादा के पुलिस अधीक्षक से जनता दरबार में भेंट की और उन्हें अपनी आपबीती सुनाई।पुलिस अधीक्षक के आदेशानुसार दिनांक 06 सितम्बर 2022 को रजौली के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी संजय कुमार पांडेय जी ने पुनौल गांव पहुँच कर पीड़ितों का ब्यान दर्ज किया जिस में सभी पीड़ितों ने थानाध्यक्ष के विरूद्घ बर्बरतापूर्ण पिटाई की शिकायत की।
उक्त परिवाद में आरोप लगाया गया है कि नरहट के थानाध्यक्ष मो.सरफराज ईमाम का यह कृत्य वस्तुत:पुलिस उत्पीड़न की पराकाष्ठा है और पूरी तरह अपराधिक आचरण है तथा न्याय हित में थानाध्यक्ष के विरूद्घ विधिसम्मत कार्रवाई किया जाना नितांत आवश्यक है।
अपर पुलिस महानिदेशक ने आश्वासन दिया है कि अपराध अनुसंधान विभाग द्वारा इस अत्यंत ही गंभीर घटना की उच्चस्तरीय समीक्षा की जायेगी तथा दोषी अधिकारी के विरूद्ध विधिसम्मत कारवाई की जायेगी।