आरा(भोजपुर): स्थानीय पटेल बस पड़ाव स्थित भिखारी ठाकुर सांस्कृतिक मंच पर रविवार को भिखारी ठाकुर सामाजिक शोध संस्थान के बैनर तले एक कार्यक्रम आयोजित कर हाल ही दिवंगत हुए भिखारी ठाकुर के शिष्यों में से एक लोक कलाकार पद्मश्री रामचंद्र मांझी को श्रद्धांजलि दी गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय अंतर्गत भोजपुरी के पूर्व विभागाध्यक्ष प्रो. डा. नीरज कुमार सिंह ने कहा कि राम चंद्र मांझी के रूप में भोजपुरी भाषा को सम्मान मिला है। उनसे प्रेरित होकर भोजपुरी के लिए जारी आंदोलन ऊंचाई पर पहुंचेगा। वहीं जन अधिकारी पार्टी सांस्कृतिक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष रघुपति यादव ने कहा कि भोजपुरी कला और संस्कृति को बचाने के लिए हम सबको आगे आना पड़ेगा। भोजपुरी को आठवीं अनुसूची में शामिल करने लिए आंदोलन तेज किया जाएगा। कार्यक्रम में शामिल भोजपुरी गायक व सीने कलाकार हरिओम ने भिखारी ठाकुर के एक गीत को गाकर स्व. मांझी को श्रद्धांजलि दी। मंच संचालन भिखारी ठाकुर सामाजिक शोध संस्थान के अध्यक्ष पत्रकार नरेंद्र सिह ने किया। इस मौके पर मौजूद कलाकारो, कला प्रेमियों और साहित्यकारों में रतन यादव, अरुण प्रसाद, कृष्ण यादव कृष्णेंदु, शमशाद प्रेम, राम देव प्रसाद, अमरेश कुमार सिंह, संतोष ठाकुर, दिलीप कुमार, राज कुमार, राजीव यादव, विनोद सिंह आदि उपस्थित थे।
