पटना, मुख्य संवाददाता। पटना सहित राज्य के 17 जिलों के न्यूनतम तापमान में आंशिक गिरावट आई है। पारा गिरने से सुबह-शाम ठंड का अहसास होने लगा है। यानी ठंड की आहट शुरू हो गई है। अगले हफ्ते से पश्चिमी विक्षोभों के प्रभाव से तापमान में तेजी से गिरावट आएगी। इससे सिहरन बढ़ेगी।
उधर, मौसमविदों के अनुसार अगले पांच दिनों तक राज्य के औसत तापमान में विशेष कमी के आसार नहीं हैं। वहीं, अधिकतम तापमान में उतार-चढ़ाव की स्थिति रहेगी। राज्यभर में औसत अधिकतम तापमान 30 से 32 डिग्री के बीच रहेगा, जबकि न्यूनतम तापमान 18 से 20 डिग्री के बीच। मौसम विज्ञान केंद्र, पटना के अनुसार रविवार को सबसे कम न्यूनतम तापमान किशनगंज में दर्ज किया गया।
किशनगंज में इस सीजन का सबसे कम न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया है।
इससे पहले 23 अक्टूबर को गया में न्यूनतम तापमान 16.8 डिग्री था। पटना सहित राज्यभर में मंद गति से पछुआ का प्रवाह जारी है। सुबह-शाम तापमान कम रह रहा है, जबकि दोपहर में आसमान साफ होने से धूप में तल्खी दिख रही है। अधिकतम और न्यूनतम तापमान के बीच बढ़े फासले की वजह से शाम ढलते ही ठंड की अनुभूति होने लगी है। पटना के न्यूनतम तापमान में एक डिग्री की कमी आई है और यहां 19 डिग्री तापमान दर्ज किया गया। इससे पहले पटना का न्यूनतम तापमान 23 अक्टूबर को 19.2 डिग्री दर्ज किया गया था । मौसमविदों का कहना कि पछुआ का प्रवाह बढ़ने पर न्यूनतम तापमान के साथ-साथ अधिकतम तापमान में गिरावट संभावित है। हालांकि इस हफ्ते एक दो जगहों पर इसका प्रभाव दिखेगा। अभी सुबह में आंशिक धुंध की स्थिति बनी रहेगी।
मौसम में उतार-चढ़ाव पर बरतें सावधानी
तापमान में अचानक उतार-चढ़ाव होने से शरीर उतनी तेजी से सामंजस्य नहीं बैठा पाता है। इस मौसम में बैक्टीरियल और वायरल संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। सर्दी, खांसी, बुखार, सांस लेने में परेशानी हो सकती है। ऐसे में अस्थमा, सीओपीड़ी वाले मरीजों, बच्चों, बुजुर्गों को कुछ विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। कमरे में तेज पंखा ना चलाएं, एसी का तापमान 26 से 28 डिग्री के बीच रखें। बच्चा और बुजुर्ग सोते समय हल्का चादर जरूर ओढ़ें। एसी कमरे से अचानक तेज धूप में बाहर नहीं निकलना चाहिए। बहुत सुबह मॉर्निंग वॉक पर ना निकलें। बाहर निकलते समय मास्क का प्रयोग करें।
– डॉ. अजय कुमार सिन्हा, अध्यक्ष मेडिसिन विभाग, एनएमसीएच
– डॉ. मनोज कुमार सिन्हा, निदेशक, न्यू गार्डिनर रोड अस्पताल